Tuesday, June 25, 2019

तू न आना इस देश मेरी लाडो


             "जो बेटियों को इस दुनियां में लाने के लिए सबसे लड़ जाया करती थीं अब ऐसा क्या हुआ जो खुद वही मां उन्हें इस दुनिया में आने से रोकना चाहती है। "

एक मां की उसकी अजन्मी बेटी से बातचीत-
ओ लाडो में जानती हुं मैं भगवान से मिन्नतें मांगा  करती थी की वो मुझे एक प्यारी सी बेटी दे दें। जिसे में जी भर कर दुलार करूँ,उसे झूला झुलाऊँ,उसकी नन्हीं हथेलियों को लेकर अपने गालों में स्पर्श करूँ,जब वो रोने लगे तो अपनी गोद में उठाकर सीने से लगाकर उसे लोरियां सुनाऊँ,उसके बड़े होने पर उसे स्कूल भेजने के लिए उसकी चोटियां बनाऊं,और जब वो स्कूल से लाइ अपनी ढेर सारी बातों का पिटारा खोले तो उसके साथ बैठकर उसकी बातों को सुनती जाऊँ, फिर उसके बड़े होने पर अपनी परछाई को उसमें देखूँ,और उसके कामयाब होने पर सबको कहुं देखो बेटीयाँ बोझ नहीं होती माँ-बाप की शान होती हैं।लेकिन मेरी प्यारी लाडो अब में भगवान से दुआ मांगती हुं की इस दुनियां में फिर किसी लाडो को न भेजे,क्योंकि लाडो तेरी माँ तेरी रक्षा करने में खुद को असमर्थ पा रही है।इस दुनियां में ऐसा कोई मेरी कोख के सिबा मुझे औऱ कोई जगह तेरे लिए सुरिक्षत नजर नहीं आ रही। जहां दूध पीती बेटियां भी जालिमों का शिकार हो रही है वहां तुझे में कैसे सुरिक्षत रख पाऊँगी।इस जालिम जमाने में जहां दुष्कर्मी सिर्फ औरत के जिस्म को नौचना जानते हैं, जहां में भी असुरक्षा के भाव के साथ जी रही हुं तुझे कैसे इस दुनिया में आने दू।मैं जानती हुं तु मेरी कोख की दीवारों को चीरकर बाहर निकलना चाहती है, इस दुनियां में अपना अस्तित्व बनाना चाहती है लेकिन इस दुनियां में इंसान की तरह दिखने वाले हैवान न जाने कब तुझे अपना शिकार बना ले मैं ये सब नहीं देख पाऊँगी। फिर किससे इंसाफ की गुहार लगाउंगी,कौन सुनेगा मुझ अभागन की। इस दुनियां में जहां महिलाओं ने हर क्षेत्र में अपनी पहचान बनाई है वो सुरक्षित नहीं हैं, फिर कैसे में तुझे इस दुनिया में तेरे नन्हें कदम रखने दू। इस दुनियां में जहां घर के पालने में भी शायद तु सुरक्षित नहीं है कैसे और किस-किस से लड़ेगी तेरी माँ लाडो अब मेरी सारी हिम्मत टूट चुकी है। मैं जानती हुं ये संसार तेरी किलकारियों के बिना अधूरा और नीरस है,लेकिन तेरे जैसी कई  लाडो के साथ दुर्व्यवहार करने वाले पापियों के लिए यही सजा होनी चाहिए। मेरी आँचल सूना होने का दुख सह लूंगी में यह सोचकर की कम से कम मेरी लाडो असुरक्षित तो नहीं है।लाडो तु अपनी मां का कहना मानना और इस दुनिया में कभी मत आना।

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