कोरोना वायरस भारत के लिए बड़ी समस्या है,लेकिन जहां समस्या है वही समाधान भी है।रोकर या परेशान होकर हम इस समस्या से नहीं लड़ सकते रोने से कुछ होगा भी नहीं इसीलिए हमें सकारात्मक होना होगा और इस समस्या से लड़ना होगा।छोटी-छोटी चीजें जैसे अपने आस-पास सफाई रखकर,हर घंटे में साबुन से हाथ धोकर,कुछ भी छूने के बाद या कुछ खाने से पहले हाथ धोकर और अगर किसी विशेष वजह से बाहर निकलना हो तो चेहरे पर मास्क लगाकर और लोगों से कम से कम सम्पर्क में आने का प्रयास करके हम सब इससे लड़ सकते हैं।अगर हम सब इस लोकडाउन को सकारात्म पहलू से देखें तो समझ सकते हैं कि सरकार ने एक बेहतर फैसला तो लिया ही है बल्कि इसके साथ-साथ हमें पूरे 21 दिन खुदके लिए दिए हैं।घर मे बैठकर कोरोना वायरस पर जोक्स और फेक न्यूज़ फैलाने से ज्यादा बेहतर है हम इस समय का सदुपयोग करें। बहुत सारी चीजें ऐसी है जो हम घर के बाहर जाए बिना भी कर सकते हैं।अगर ठीक से समझें तो आपको विशेष समय मिला है जिसमे आप अपने परिवार को समय दे सकते हैं,अपनी आर्थिक व्यस्तता के कारण जो काम आप नहीं कर पा रहे थे आप वो सारे काम कर सकते हैं।अपने परिवार के सदस्यों से बातचीत करके बहुत से वो पल जो शायद निजी व्यस्तता के कारण आपने खो दिए होंगे वो आप फिर से जी सकते हैं।हमें अक्सर शिकायत रहती है की जो लोग घर में रहते हैं उन्हें कितना सारा वक्त मिलता है हम घर में होते तो ये करते,वो करते,ऐसा करते,वैसा करते वो सब आप अब कर सकते हैं। एक और बड़ी चीज जो आप बाहर जाकर नहीं बल्कि घर बैठकर देश के लिए कर सकते हैं,योगदान देकर आप कोरोना वायरस पर विजय प्राप्त कर सकते हैं।अगर विश्व का हर परिवार पूरे 24 घंटे में 30 मिनट या 15 मिनट के लिए भी एक स्थान पर मौन बैठकर परमात्मा से प्रार्थना करें और कोरोना वायरस से पीड़ित लोगों के लिए और सभी लोगों के लिए परमात्मा से क्षमादान माँगे तो बहुत ही जल्द हम कोरोना पर विजय प्राप्त कर सकते हैं। कहते है न जैसा सोचो वैसा होता है तो क्यों न हम बेहतर सोचें और न केवल अपने देश बल्कि पूरे विश्व को इस भीषण संक्रमण से बचाने के लिए एक छोटा से प्रयास करें। समस्या बहुत बड़ी है पर हौसला रखना होगा और लड़ते रहना होगा,हम चाहें तो सबकुछ कर सकते हैं।आप योग और योगा दोनो ही प्रयास से आप खुदको और देश को फिरसे मजबूत और स्वस्थ बना सकते हैं।रोने से बेहतर है हम कुछ करें और देश को बचाने की एक कोशिश करें।
Thursday, March 26, 2020
क्यों रोना, कुछ करोना (कोरोना)
कोरोना वायरस भारत के लिए बड़ी समस्या है,लेकिन जहां समस्या है वही समाधान भी है।रोकर या परेशान होकर हम इस समस्या से नहीं लड़ सकते रोने से कुछ होगा भी नहीं इसीलिए हमें सकारात्मक होना होगा और इस समस्या से लड़ना होगा।छोटी-छोटी चीजें जैसे अपने आस-पास सफाई रखकर,हर घंटे में साबुन से हाथ धोकर,कुछ भी छूने के बाद या कुछ खाने से पहले हाथ धोकर और अगर किसी विशेष वजह से बाहर निकलना हो तो चेहरे पर मास्क लगाकर और लोगों से कम से कम सम्पर्क में आने का प्रयास करके हम सब इससे लड़ सकते हैं।अगर हम सब इस लोकडाउन को सकारात्म पहलू से देखें तो समझ सकते हैं कि सरकार ने एक बेहतर फैसला तो लिया ही है बल्कि इसके साथ-साथ हमें पूरे 21 दिन खुदके लिए दिए हैं।घर मे बैठकर कोरोना वायरस पर जोक्स और फेक न्यूज़ फैलाने से ज्यादा बेहतर है हम इस समय का सदुपयोग करें। बहुत सारी चीजें ऐसी है जो हम घर के बाहर जाए बिना भी कर सकते हैं।अगर ठीक से समझें तो आपको विशेष समय मिला है जिसमे आप अपने परिवार को समय दे सकते हैं,अपनी आर्थिक व्यस्तता के कारण जो काम आप नहीं कर पा रहे थे आप वो सारे काम कर सकते हैं।अपने परिवार के सदस्यों से बातचीत करके बहुत से वो पल जो शायद निजी व्यस्तता के कारण आपने खो दिए होंगे वो आप फिर से जी सकते हैं।हमें अक्सर शिकायत रहती है की जो लोग घर में रहते हैं उन्हें कितना सारा वक्त मिलता है हम घर में होते तो ये करते,वो करते,ऐसा करते,वैसा करते वो सब आप अब कर सकते हैं। एक और बड़ी चीज जो आप बाहर जाकर नहीं बल्कि घर बैठकर देश के लिए कर सकते हैं,योगदान देकर आप कोरोना वायरस पर विजय प्राप्त कर सकते हैं।अगर विश्व का हर परिवार पूरे 24 घंटे में 30 मिनट या 15 मिनट के लिए भी एक स्थान पर मौन बैठकर परमात्मा से प्रार्थना करें और कोरोना वायरस से पीड़ित लोगों के लिए और सभी लोगों के लिए परमात्मा से क्षमादान माँगे तो बहुत ही जल्द हम कोरोना पर विजय प्राप्त कर सकते हैं। कहते है न जैसा सोचो वैसा होता है तो क्यों न हम बेहतर सोचें और न केवल अपने देश बल्कि पूरे विश्व को इस भीषण संक्रमण से बचाने के लिए एक छोटा से प्रयास करें। समस्या बहुत बड़ी है पर हौसला रखना होगा और लड़ते रहना होगा,हम चाहें तो सबकुछ कर सकते हैं।आप योग और योगा दोनो ही प्रयास से आप खुदको और देश को फिरसे मजबूत और स्वस्थ बना सकते हैं।रोने से बेहतर है हम कुछ करें और देश को बचाने की एक कोशिश करें।
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Amazing...
ReplyDeleteRememberance of God is the only way for an individual...
ReplyDeleteRight di
ReplyDeleteRight suggestion for human being stay home and spend your time with your faimly
ReplyDeleteThanku bhaiya😊
DeleteRight sister... Wonderful way of expression:-)
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